सुसाइड नोट नें खोला किशोरी की आत्महत्या का रहस्य, दफनाए शव को प्रशासन नें निकलवाया
प्रयागराज
यह सुनने में तो अटपटा जरूर लगेगा लेकिन है बिल्कुल सत्य। जी हां, करीब 20 दिन पहले एक किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया था। परिवार वाले बिना पुलिस को सूचित किए उसे दफना दिया। बाद में घर में सुसाइड नोट मिला तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। उसमें ऐसा खुलासा हुआ कि स्वजनों ने पुलिस और प्रशासन की मदद से दफनाए गए शव को बाहर निकलवा लिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
जहरीला पदार्थ खाकर किशोरी ने कर लिया था आत्महत्या
थरवई थाना क्षेत्र के जगदीशपुर पूरे चंदा गांव के एक मजरा में 20 अप्रैल की रात्रि करीब नौ बजे 15 वर्षीय किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर लिया था। किशोरी के परिवार के लोगों ने थरवई पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी और शव को गंगा के कछार में दफना दिया गया।
सुसाइड नोट में लिखा कि उसके पेट में तीन माह का गर्भ था
बाद में किशोरी के हाथ का लिखा हुआ सुसाइड नोट उसके परिवार के लोगों को मिला तो पूरा मामला खुल गया। सुसाइड नोट में किशोरी ने लिखा था कि गांव के एक युवक का उसके पेट में तीन माह का गर्भ है। उसके साथ ज्यादती के साथ मारपीट कर अपमानित किए जाने का भी सुसाइड नोट में जिक्र है। इस घटना में गांव के कई युवकों ने भी किशोरी की बेइज्जत की थी। इससे क्षुब्ध होकर वह आत्महत्या कर रही है।
केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपित को भेजा जेल
सुसाइड नोट मिलने की सूचना किशोरी के पिता ने थरवई पुलिस को दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जिलाधिकारी के आदेश पर कब्र से खोद कर निकाला गया शव
मामले को जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने संज्ञान में लिया। उनके आदेश पर रविवार को तहसीलदार सोरांव की मौजूदगी में थरवई पुलिस ने गंगा के कछार में 20 दिन पूर्व दफनाए गए किशोरी के शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।