लाॅकडाउन में बेटे फँसे दूसरे प्रदेश में, बुजुर्ग पत्नी नें दी मुखाग्नि
बस्ती
जनपद के हरैया थाना अंतर्गत कोदई ग्राम में एक बुजुर्ग की मौत के बाद पुत्रों की अनुपस्थिति में उसकी पत्नी नें मुखाग्नि देते हुए पत्नी धर्म निभाने का एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे उक्त ग्राम निवासी संतराम की तबियत अचानक बिगड़ने लगी आसपास केे लोग उन्हें अभी अस्पताल ले जाने की व्यवस्था कर रहे थे कि उनकी घर पर ही मौत हो गई ।घटना की सूचना महाराष्ट्र के पुणे में रह रहे पुत्र राधाकृष्णन, हरियाणा में प्राइवेट नौकरी कर रहे पुत्र अर्जुन व पंजाब में नौकरी कर रहे पुत्र सुभाष को दी गई किंतु विश्वव्यापी कोरोना संकट के कारण लगे लॉकडाउन में तीनों का तत्काल दाह संस्कार हेतु पहुंचना संभव नहीं था, ऐसे में संतराम की पत्नी कैलाशा देवी नें अपने पति को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया। गाँँववालों नें भी उनके निश्चय को देखकर सहमति प्रदान की। संतराम का अंतिम संस्कार मनोरमा नदी के पेंदा घाट पर संपन्न हुआ। इस दौरान लोगों के जबान पर बस एक ही चर्चा थी कि कोरोना वायरस के चलते पुत्रों के हाथों बदनसीब को अंतिम संस्कार भी नसीब न हो सका।