झोपड़ी में बंधी बकरियों को खोलने गई बालिका की जलकर मौत, पिता गंभीर रूप से झुलसा
गोरखपुर
कैंपियरगंज थाना क्षेत्र के खड़खड़िया गाँव के गुड़ियान टोला पर गुरुवार की रात में फूस के रिहायशी मकान में आग लग जाने से 12 वर्षीय एक बालिका की मौत हो गई। बालिका को बचाने में उसके पिता सुदामा गंभीर रूप से झुलस गए हैं। रात में ही सुदामा को ही सीएचसी कैंपियरगंज लाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उपचार के बाद मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की रात में सुदामा अपने परिवार के साथ भोजन कर फूस के रिहायशी मकान के बगल की झोपड़ी में सोने चले गए। परिवार के अन्य सदस्य भी सुदामा के साथ झोपड़ी में सो रहे थे। रात में अचानक आग लग गई। यह आग वहाँ लगी जहाँ परिवार के सभी सदस्य भोजन किए थे। वहाँ पर गाय, भैंस और बकरियां बाँधी गई थीं। आग लगने बाद सुदामा की बेटी 12 वर्षीय सीमा बकरियों को बचाने के लिए पहुंच गई।
वह बकरियों को रस्सी से खोल भी नहीं पाई कि आग से चौतरफा घिर गई। इधर सुदामा ने शोर मचाना शुरू कर दिया। अचानक ध्यान आया कि उनकी बेटी सीमा बकरियों को निकालने गई पर वापस नहीं आई। वह भी बचाने के लिए आग में कूद पड़े। तब तक गाँव के लोगों नें बाल्टी से पानी लेकर आग बुझाना शुरू दिया। किसी तरह से सुदामा को बाहर निकाला गया। तब तक वह बुरी तरह से झुलस गए थे।
इस बीच किसी नें दमकल विभाग को सूचना दे दी। कुछ देर में दमकल भी पहुँच गया। ग्रामीणों के सहयोग से दमकल नें आग पर किसी तरह से काबू पाया। कुछ देर बाद पुलिस भी पुलिस आ गई। मौके पर पहुची पुलिस नें मृत बालिका का शव निकाला और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आग में झोपड़ी में मौजूद सभी 19 बकरियां जल कर मर गईं। साथ ही भैंस व एक पड़िया भी झुलस गईं।
बताते हैं कि जिस फूस के मकान में आग लगी, उसमें सुदामा के घर का पूरा सामान था। बगल में ही बकरियों और भैंस को भी बांधकर रखा जाता था। भोजन के उपरांत परिवार के सदस्य झोपड़ी में सोने के लिए चला जाया करते थे।